कमलनाथ सरकार ने किसान को किया अनाथ !

रिश्वतखोर दोगला मीडिया किसान के पक्ष में कभी नहीं बोलता लेकिन जब किसान के फसल के भाव की बात आती है तब जरूर विरोध में बोलता है जब प्याज सत्तर ₹80 किलो हो जाता है जब खबर चलाता है जब टमाटर ₹50 किलो हो जाता है तब खबर चलाता है जब श्रीदेवी टब में डूब जाती है तब महीने भर खबर चलाता है जब किसी स्टार हीरो हीरोइन का कत्ल होता है तब खबर चलाता है लेकिन जब किसान की फसल बर्बाद हो जाती है किसान आत्महत्या करता है किसान की कोई हानि होती है जब भारत का मीडिया चतुर्मास पर निकल जाता तब उसको नहीं दिखता नुकसान 
"देख तेरे किसान की हालत ,क्या हो गई भगवान,
             कितना बदल गया हिंदुस्तान"


सच्चाई तो ये है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिन वादों के दाम पर प्रदेश में सरकार बनाई थी उनको ही कमलनाथ ने अनाथ कर दिया ।जँहा प्रदेश में कभी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह तुरंत राहत देने व खेतों में सभी अधिकारियों को खड़ा कर देते थे वंही वर्तमान सरकार के मंत्री विदेश यात्रा में मशगूल है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार में मंत्री से लेकर संत्री तक जनता की सेवा में खड़ा रहता था वंही आज वह लाचार और अनाथ हो कर सरकार से सारी उम्मीद खो चुका है । ये कैसे कमलनाथ जो आज किसानों के नाथ न बन सके ।