#पश्चिम_बंगाल की राजधानी कोलकता में आज एक केंद्रीय मंत्री को डंडो से पीटा जाता है, बाल पकड़ कर घसीटा जाता है।
राज्यपाल उनको बचाने आते हैं तो महामहिम राज्यपाल को बंधक बना लिया जाता है।
दो चार दस बीस मिनट के लिए नहीं बल्कि पूरे छः घंटे के लिए।
जी हाँ छः घंटे के लिए।
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फ़ोन किया जाता है पर कोई सुनवाई नहीं।
क्या यह संविधान व्यवस्था का ध्वस्त होना नहीं है ?
सारा मीडिया चुप है।
कोने में घुसी किसी इक्की दुक्की ख़बर के अलावा कहीं कुछ हलचल तक नहीं।
यही यदि किसी भाजपा शासित राज्य में होता तो....
केजरीवाल से लेकर कमलनाथ, टीपूँ, लालू , कचालू और ख़ुद ममता तक गला फाड़ चिल्ला रहे होते।
मीडिया लाल सुर्ख़ हो गया होता।
मोम छोनिया अपने दोनो शावकों के साथ ज़ोर ज़ोर भौंक रही होती...
और दिल्ली के कोठे संविधान के क़त्ल के जुर्म में सीधे मोदी को सम्मन भेज रहे होते